शांति स्वरुप भटनागर विज्ञान और प्रौद्योगिकी पुरस्कार
विज्ञान और प्रौद्योगिकी हेतु शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार विनियम
प्रस्तावना
1. इस पुरस्कार का नाम वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के संस्थापक निदेशक स्व. डॉ. (सर) शांति स्वरूप भटनागर के नाम पर रखा गया है और यह पुरस्कार “शांति स्वरूप भटनागर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पुरस्कार” के नाम से जाना जाता है।
2. यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया जाता है।
प्रकृति
3. शांति स्वरूप भटनागर (एसएसबी) पुरस्कार प्रत्येक वर्ष निम्नांकित क्षेत्रों में उल्लेखनीय एवं उत्कृष्ट मूल अथवा अनुप्रयुक्त अनुसंधान हेतु प्रदान किये जाते है। प्रत्येक पुरस्कार के तहत रू. 500000/- (रूपये पाँच लाख) की राशि प्रदान की जाती हैं:-
जैव विज्ञान (ii) रसायन विज्ञान (iii) पृथ्वी,वायुमंडल,महासागर एवं ग्रहीय विज्ञान (iv) इंजीनियरी विज्ञान (v) गणित विज्ञान (vi) चिकित्सा विज्ञान एवं (vii) भौतिक विज्ञान
उद्देश्य
4. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में उत्कृष्ट भारतीय कार्य को मान्यता प्रदान करना।
पात्रता
5. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के किसी भी क्षेत्र में अनुसंधानरत, कोई भी भारतीय नागरिक, जिसकी आयु पुरस्कार वर्ष के पूर्ववर्ती वर्ष में 31 दिसम्बर को 45 वर्ष तक हो। भारत के विदेशी नागरिक (ओ.सी.आई) और भारत में काम करने वाले भारतीय मूल के व्यक्ति (पी.आई.ओ ) भी पात्र है
6. यह पुरस्कार उस व्यक्ति को प्रदान किया जाता है , सीएसआईआर के मतानुसार जिसने अपनी विशेषज्ञता के विशिष्ट क्षेत्र में मानव ज्ञान एवं प्रगति -मौलिक अथवा अनुप्रयुक्त के लिए सुस्पष्ट रूप से महत्वपूर्ण एवं उत्कृष्ट योगदान दिया हो |
7. यह पुरस्कार, पुरस्कार वर्ष से पहले के पाँच वर्षो के दौरान मुख्यत:भारत में किये गए कार्य के माध्यम से दिए गए योगदान के आधार पर प्रदान किया जाता हैं (यहॉं मुख्यत: से तात्पर्य अधिकांश से है)।
पुरस्कार का निर्णय
8. पुरस्कार का निर्णय लेने में सीएसआईआर की शासी निकाय, (गवर्निंग बॉडी) खंड (क्लॉज) 10 के अन्तर्गत गठित सलाहकार समितियों की संस्तुति से निर्देशित होती है।
नामांकन
निर्धारित फॉर्मेट के अनुसार न होने पर नामांकन स्वीकार नहीं किया जाएगा।
एक बार नामांकित अभ्यर्थी यदि आयु के आधार पर पात्र है तो उस पर, कुल तीन वर्ष तक विचार किया जाएगा। एक बार नामांकन प्राप्त होने पर, सीएसआईआर, आवश्यकता अनुसार किसी अन्य सूचना हेतु सीधे नामांकक से सम्पर्क कर सकता है। यदि नामिती भारत में अपने वर्तमान पद को त्याग कर विदेश चला जाता है तो उनका नामांकन तुरन्त अमान्य हो जाएगा।
https://www.csirhrdg.res.in से डाउनलोड किया जा सकता है।
सलाहकार समितियां
10. सीएसआईआर की शासी निकाय के अध्यक्ष के अनुमोदन से प्रत्येक वर्ष पुरस्कार हेतु सलाहकार समितियों का गठन किया जाता है। प्रत्येक समिति में कम से कम छ: विशेषज्ञ होते हैं जिसमें से कम से कम एक, संबंधित विषय में पूर्व भटनागर पुरस्कार प्राप्तकर्ता होता है। किसी विशिष्ट वर्ष के लिए नामांकन प्राप्त होने पर, सीएसआईआर द्वारा सम्बद्ध विषय से संबंधित सलाहकार समिति के सभी सदस्यों को नामितियों की सूची और प्रत्येक अभ्यर्थी के कार्य और उपलब्धियों का विस्तृत विवरण भेजा जाता है। सीएसआईआर शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार प्रदान किए जाने हेतु पात्र का चयन करने के लिए, अध्यक्ष के परामर्श से विभिन्न सलाहकार समितियों की बैठकों का संयोजन करता है। विभिन्न समितियों का गठन, उनकी संवीक्षा के लिए प्रस्तुत की गई सूचना, बैठकों की कार्यवाही एवं नामांकन पर विचार हेतु प्रक्रिया, यहां दिए गए विवरण के अतिरिक्त, को गोपनीय रखा जाता है।
11. पुरस्कारों की संस्तुति, सर्वसम्मति से अथवा सलाहकार समिति के कम से कम दो तिहाई सदस्यों के द्वारा एक नाम (अथवा अधिकतम दो नामों पर यदि उन्हें समान योग्यता वाला आकलित किया जाता है) पर सहमत होने पर की जाती हैं और इन संस्तुतियों को अनुमोदनार्थ सीएसआईआर के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है।
12. सलाहकार समिति के मतानुसार किसी वर्ष में किसी उपयुक्त रूप से पर्याप्त मेधावी अभ्यर्थी न पाए जाने पर उस वर्ष किसी विशिष्ट विषय में पुरस्कार प्रदान नहीं भी किया जा सकता है।
प्रस्तुतीकरण
13. पुरस्कार प्राप्तकर्ताओ के नामों की सार्वजानिक घोषणा 26 सितम्बर, सीएसआईआर स्थापना दिवस पर महानिदेशक, सीएसआईआर द्वारा की जाती हैं।
14. सीएसआईआर द्वारा आयोजित औपचारिक पुरस्कार वितरण समारोह में पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। इस समारोह में पुरस्कार प्राप्तकर्ता के कार्य के संबंध में उपयुक्त प्रशस्ति को पढ़ा जाता है।
15. शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार प्राप्तकर्ता को विज्ञान के प्रसार हेतु, पुरस्कार से सम्बंधित क्षेत्र में एक वक्तव्य, विशेष रूप से अपने शहर से दूर किसी छोटे कॉलेज अथवा सीएसआईआर की प्रयोगशाला में देना चाहिए। इसके लिए एचआरडीजी (HRDG) , टीए /डीए (TA/DA) उपलब्ध करा कर सहायता कर सकता है।
16. शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार के सभी मामलों में सीएसआईआर का निर्णय अंतिम होगा।